Friday, October 18, 2019

UPTET 2019 GO: यूपी टीईटी शासनादेश 2019 - उ0प्र0 शिक्षक पात्रता परीक्षा-2019 के आयोजन हेतु नवीन मार्गदर्शी शासनादेश जारी, देखें

  परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव की ओर से 31 अक्टूबर को यूपीटेट 2019 का विज्ञापन जारी  किया जाएगा 22 दिसंबर को परीक्षा तथा 21 जनवरी 2020 को परीक्षा का परिणाम घोषित किया जाएगा। 1 नवंबर अपराह्न से पंजीकरण शुरू होकर 20 नवंबर तक होंगे तथा शुल्क जमा करने की अंतिम तारीख 21 नवंबर निर्धारित की गई है।
UPTET 2019 GO
यूपीटेट 2019 समय सारणी
यूपीटेट 2019 शासनादेश :- Download

Wednesday, September 25, 2019

CTET 2019:- आवेदन की अंतिम तारीख पुनः बढ़ी, अब 30 सितंबर तक कर सकेंगे आवेदन

सीटीईटी 2019, केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा  सर्वर बिजी होने के कारण अभ्यार्थियों को असुविधा होने पर सीबीएसई ने सीटीईटी 2019 की आवेदन की तारीख को आगे बढ़ाकर 30 सितंबर 2019 कर दिया है और फीस का भुगतान 3 अक्टूबर 2019 तक किया जा सकता है अगर आवेदक को कुछ सुधार करना है तो 3 अक्टूबर से 10 अक्टूबर के बीच कर सकता है।

CTET 2019:- आवेदन की अंतिम तारीख पुनः बढ़ी, अब 30 सितंबर तक कर सकेंगे आवेदन
CTET 2019:- आवेदन की अंतिम तारीख पुनः बढ़ी, अब 30 सितंबर तक कर सकेंगे आवेदन

Tuesday, July 30, 2019

GK Tricks – वेद , उपवेद और वेदांगों के नाम

वेद , उपवेद और वेदांगों के नाम इस ट्रिक की सहायता से आप आसानी से याद रख सकते है।

वेदों के नाम 

वेदों की संख्या 4 है।

GK Tricks - सारी आयु
ट्रिकी शब्दवेद
सासामवेद
रीऋग्वेद
अथर्ववेद
युयजुर्वेद

उपवेदों के नाम 

उपवेदों की संख्या 4 है , इस ट्रिक के माध्यम से आप सभी उपवेदों के नाम आसानी से याद रख सकते है !

GK Tricks - गंध सी आय
ट्रिकी वर्डउपवेद
गंगन्धर्ववेद
धनुर्वेद
सीस्थापत्यवेद
आयआयुर्वेद

वेदांगों के नाम

वेदों को समझने के लिये छ: वेदांगों की रचना हुई ! इस ट्रिक के माध्यम से आप सभी वेदांगों के नाम आसानी से याद रख सकते है !
GK Tricks - निशि कब जाय छ:
ट्रिकी वर्डवेदांग
निनिरुक्त
शिशिक्षा
कल्प
व्याकरण
जायज्योतिष
छ:छद
 दोस्तो आपको इन सभी वेद उपवेद व वेदांगों के नाम आसानी से याद हो गये होंगे , आप इन्हें कभी नहीं भूलेंगे !

Thursday, July 25, 2019

CHILD DEVELOPMENT AND PEDAGOGY SOLVED PAPER - CTET 2019

CHILD DEVELOPMENT AND PEDAGOGY SOLVED PAPER - CTET 2019
प्रश्न 1 :- जीन पियाजे के अनुसार बच्चे –
(1) ज्ञान को सक्रिय रूप से सरंचित करते हैं, जैसे-जैसे वे दुनिया में व्यवहार कौशल प्रयोग करते हैं तथा अन्वेषण करते हैं।
(2) प्रेक्षणात्मक अधिगम की प्रक्रिया का अनुसरण करते हैं हुए दूसरों का अवलोकन करके सीखते हैं।
(3) को अधिपन अनुक्रिया संबंधो के सावधानी पूर्वक नियंत्रण के द्वारा एक विशेष तरीके से व्यवहार करने के लिए अनुबंधित किया जा सकता है।
(4) को पुरस्कार एवं दंड के सिद्धांतों का प्रयोग करते हुए विशेष तरीके से व्यवहार करना एवं सीखना सिखाया जा सकता है।
उत्तर :- (1) ज्ञान को सक्रिय रूप से सरंचित करते हैं, जैसे-जैसे वे दुनिया में व्यवहार कौशल प्रयोग करते हैं तथा अन्वेषण करते हैं।
प्रश्न 2 :- चालक विकास की दर में व्यक्तिगत विविधता होती हैं फिर बालक विकास का क्रम……… से……… तक होता है।
(1) शीर्षगामी ; अधोगामी
(2) अधोगामी ; शीर्षगामी
(3) अपरिष्कृत ( स्थूल ) चालक विकास ; परिष्कृत (शुक्ष्म) चालक विकास
(4) परिष्कृत (शुक्ष्म) चालक विकास ;अपरिष्कृत ( स्थूल ) चालक विकास
उत्तर :- (3) अपरिष्कृत ( स्थूल ) चालक विकास ; परिष्कृत (शुक्ष्म) चालक विकास ।
प्रश्न 3 :- वह अवधि जो व्यस्यक अवस्था के संक्रमण की पहल करती है, उसे क्या कहते हैं
(1)किशोरावस्था
(2) मध्य बाल्यावस्था
(3) बाल्यावस्था की समाप्ति
(4)पूर्व क्रियात्मक अवधि
उत्तर :- (1) किशोरावस्था कहते हैं ।
प्रश्न 4 :- एक बच्चा तर्क प्रस्तुत करता है कि हिंद को दवाई की चोरी नहीं करनी चाहिए ( वह दवाई जो उसकी पत्नी की जान बचाने के लिए जरूरी है ), क्योंकि यदि वह ऐसा करता है, तो वह पकड़ा जाएगा और जेल भेज दिया जाएगा । कोहलबर्ग के अनुसार वह बच्चा नैतिक समझ के किस अवस्था के अंतर्गत आता है।
(1) यंत्री उद्देश्य अभिविन्यास
(2) सामाजिक क्रम नियंत्रक अभिविन्यास
(3) दंड एवं आज्ञा पालक अभिविन्यास
(4) सार्वभौम नैतिक सिद्धांत अभिविन्यास
उत्तर :- (3) कोहलबर्ग के अनुसार वह बच्चा नैतिक समझ के दंड एवं आज्ञा पालक अभिविन्यास अवस्था के अंतर्गत आता है ।
प्रश्न 5 :- मौखिक संवाद जो बच्चे अपने आप से करते हैं उन्हें लेव वाइगोत्सकी क्या कहते हैं।
(1) अहमकेंद्रित वार्ता
(2) व्यक्तिगत वार्ता
(3) भ्रांत वार्ता
(4) समस्यात्मक वार्ता
उत्तर :- (2) मौखिक संवाद जो बच्चे अपने आप से करते हैं उन्हें लेव वाइगोत्सकी व्यक्तिगत वार्ता कहता हैं ।
प्रश्न 6 :- खिलौने, पहनावे की वस्तुएं, घरेलू सामग्रियां, व्यवसाय एवं रंगों की विशिष्ट लिंग के साथ संबंधित करना क्या प्रदर्शित करता है।
(1) विकसित जेंडर पहचान
(2) जेंडर रूढ़िवादिता
(3) जेंडर सिद्धांत
(4) जेंडर प्रसंगिकता
उत्तर :- (2) जनरल रूढ़िवादिता को प्रदर्शित करता है।
प्रश्न 7 :- एक प्रारंभिक कक्षा कक्ष में एक बच्ची अपने साथ जो अनुभव लाती है।
(1) उन्हें अस्वीकार करना चाहिए
(2) उसकी उपेक्षा करनी चाहिए
(3) उन पर ध्यान नहीं देना चाहिए
(4) उन्हें शामिल कर उनका संचय करना चाहिए। 
उत्तर :- (4) एक प्रारंभ कक्षा कक्ष में एक बच्ची अपने साथ जो अनुभव लाती है शिक्षक को उन्हें कक्षा कक्ष में शामिल करना चाहिए।
प्रश्न 8 :- एक शिक्षक को चाहिए कि-
(1) वह विद्यार्थियों के बीच तुलना को अधिकतम करें।
(2) वह विशेष संस्कृतियों / समुदाय के बच्चों को बढ़ावा दें।
(3) वह विद्यार्थियों के बीच सांस्कृतिक विभिनता तथा विविधताओं की अनदेखी करें।
(4) यह संप्रेषित करें कि वह कक्षा कक्ष में सभी संस्कृतियों का सम्मान करती है एवं महत्व देती है। 
उत्तर :- (4) यह संप्रेषित करें कि वह कक्षा कक्ष में सभी संस्कृतियों का सम्मान करती है एवं महत्व देती है इस प्रक्रिया से बालकों में समानता का बोध होता उत्पन्न होता है।
प्रश्न 9 :- निम्नलिखित संरचनाओं में से शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 किस की वकालत करता है।
(1) एकीकृत शिक्षा
(2) समावेशी शिक्षा
(3) पृथक्करण की शिक्षा
(4) मुख्यधारा शिक्षण
उत्तर : – (2) शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 समावेशी शिक्षा पर बल देता हैं ।
प्रश्न 10 :- ……. यह विचारधारा है कि सभी बच्चों को एक नियमित विद्यालय व्यवस्था में समान शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार हो।
(1) समावेशी शिक्षा
(2) मुख्यधारा शिक्षा
(3) विशेष शिक्षा
(4) बहुल सांस्कृतिक शिक्षा
उत्तर :-(1) समावेशी शिक्षा सभी बच्चों को एक नियमित विद्यालय व्यवस्था में समान शिक्षा देने की व्यवस्था की जाती है।
प्रश्न 11:- बच्चे प्रभावी रूप से सीखते हैं जब –
(1) शिक्षक कक्षा में होने वाली सभी घटनाओं व बच्चों को पूर्ण रूप से नियंत्रित करता है।
(2) वे पाठ्य पुस्तक में दिए गए तथ्य को याद करते हैं।
(3) वह विभिन्न गतिविधियों एवं कार्य में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
(4) वे श्यामपट्ट पर अध्यापक के द्वारा लिखी गए उत्तरों की नकल करते हैं। 
उत्तर :- (3) बच्चे प्रभावी रूप से सीखते हैं जब वे विभिन्न गतिविधियों एवं कार्य में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
प्रश्न 12:- बच्चों को कक्षा में प्रश्न –
(1) पूछने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
(2) पूछने के लिए हतोत्साहित करना चाहिए।
(3) पूछने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
(4) पूछने से रोकना चाहिए। 
उत्तर :-(1) बच्चों को कक्षा में प्रश्न पूछने के लिए निरंतर प्रेरित करना चाहिए।
प्रश्न 13 :- निम्नलिखित में से कौन सी एक मुख्य प्रक्रिया नहीं है जिसके द्वारा सार्थक अधिगम गठित होता है?
(1) कंठस्थ करण एवं स्मरण करना
(2) पुनरावृति एवं अभ्यास
(3) निर्देश एवं संचालन
(4) अन्वेषण एवं पारस्परिक क्रिया
उत्तर :- (1) कंठस्थ करण एवं स्मरण करना से अधिगम प्रक्रिया बाधित होती है।
प्रश्न 14 :- जब शिक्षक को विद्यार्थी एवं उनकी योग्यता के बारे में सकारात्मक विश्वास होता है तब विद्यार्थी-
(1) सीखने के लिए उत्सुक एवं प्रेरित रहते हैं।
(2) निश्चिंत हो जाते हैं तथा सीखने के लिए किसी भी तरह का प्रयास करना बंद कर देते हैं।
(3) किसी भी रूप में प्रभावित नहीं होते हैं।
(4) का उत्साह भंग हो जाता है तथा हुए दबाव में आ जाते हैं। 
उत्तर :- (1) जब शिक्षक को विद्यार्थियों एवं उनकी योग्यताओं के बारे में सकारात्मक विश्वास होता है तब बालक सीखने के लिए उत्सुक तथा प्रेरित हो जाते हैं।
प्रश्न 15 :- बच्चों की गलतियां —-
(1) प्रदर्शित करती है कि बच्चे कितने लापरवाह है।
(2) बार-बार अभ्यास करने के लिए कह कर तुरंत सुधार देनी चाहिए।
(3) अधिगम का एक भाग है तथा उनके विचारों में एक अंतर्दृष्टि होती है।
(4) शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में महत्वहीन है। 
उत्तर : –(3) बच्चों की गलतियां अधिगम का एक भाग है तथा उनके विचारों में एक अंतर्दृष्टि होती है शिक्षक को इसे स्वीकार करना चाहिए।
प्रश्न 16 :- मूल्यांकन को………..
(1) एक अलग गतिविधि के रूप में लेना चाहिए।
(2) शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का एक भाग होना चाहिए।
(3) केवल नंबरों के संदर्भ में करना चाहिए।
(4) वस्तुनिष्ठ प्रकार की लिखित कार्य पर आधारित होना चाहिए। 
उत्तर :-(2) मूल्यांकन को शिक्षण अधिगम प्रक्रिया का एक भाग होना चाहिए।
प्रश्न 17 :- संरचनात्मक दृष्टिकोण के अनुसार, अधिगम…….. है।
(1)एक सक्रिय एवं सामाजिक प्रक्रिया
(2) एक निष्क्रिय एवं व्यक्तिगत प्रक्रिया
(3) जानकारी के अर्जन की प्रक्रिया
(4) अनुभव के परिणाम के रूप में व्यवहार में एक परिवर्तन होने की प्रक्रिया 
उत्तर :- (1) एक सक्रिय एवं सामाजिक प्रक्रिया हैं ।
प्रश्न 18 :- नीचे लिखी हुई स्थिति किस सिद्धांत को दर्शाती है।
” जो विद्यार्थी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं, । वह अच्छा महसूस नहीं करते हैं, कि ” पर्याप्त रूप से अच्छे नहीं है । और हतोत्साहित महसूस करते हैं , तब उनमें बिना प्रयास के कार्य को आसानी से छोड़ देने की संभावना है ” ।
(1) संज्ञान एवं संवेग अलग नहीं हैं
(2) संज्ञान और संवेग संबंधित नहीं है
(3) अनुवांशिकता एवं पर्यावरण अलग नहीं है
(4) आनुवंशिकता एवं पर्यावरण संबंधित नहीं है
उत्तर :- (1) संज्ञान एवं संवेग अलग नहीं हैं ।
प्रश्न 19 :- एक शिक्षक बच्चों को प्रभावी रूप से समस्या का समाधान करने में सक्षम बनाने के लिए किस तरह से प्रोत्साहित कर सकती है।
(1) पाठ्यपुस्तक के सभी प्रश्नों को व्यवस्थित तरीके से समाधान लिखकर।
(2) पाठ्य पुस्तक से एक ही प्रकार के प्रश्नों के उत्तर के अभ्यास के लिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में अवसर प्रदान करके।
(3) पाठ्य पुस्तक में दी गई सूचनाओं के कंट्री करण करने पर बल देकर।
(4) बच्चों को समस्या के बारे में शहजानुभूत अनुमान लगाने एवं बहु विकल्पों के देखने के लिए प्रोत्साहित करके। 
उत्तर :- (4) बच्चों को समस्या के बारे में शहजानुभूत अनुमान लगाने एवं बहु विकल्पों के देखने के लिए प्रोत्साहित करके।
प्रश्न 20 :- वह विधियाँ जिनके प्रयोग में विद्यार्थियों की स्व पहल और प्रयास शामिल है निम्न में से किसका उदाहरण हैं ।
(1) निगमनात्मक विधि
(2) अधिगमकर्ता केंद्रित अधीगम
(3) परंपरागत विधि
(4) अंतव्यक्तिक बुद्धि ( लर्निंग सेंटर्ड मेथड ) 
उत्तर :- (2) अधिगमकर्ता केंद्रित अधीगम ।
प्रश्न 21 :- निम्नलिखित में से कौन सा पूर्व क्रियात्मक अवस्था काल के बच्चों को विशेषित करता है।
(1) वर्तुल प्रतिक्रिया
(2) लक्षित निर्देशित विभाग
(3) विलंबित अनुकरणविलंबित
(4) विचारों की अनुत्क्रमणीयता 
उत्तर :- (4) विचारों की अनुत्क्रमणीयता ।
प्रश्न 22 :- लेव वाइगोत्सकी के अनुसार अधिगम।
(1) एक सामाजिक गतिविधि है
(2) एक व्यक्तिगत गतिविधि है
(3) एक निष्क्रिय गतिविधि है
(4) एक अनुबंधित गतिविधि है
उत्तर : – (1) लेव वाइगोत्सकी के अनुसार अधिगम एक सामाजिक गतिविधि है।
प्रश्न 23 :- प्रगतिशील शिक्षा मे बच्चों को किस तरह देखा जाता है?
(1) छोटे वयस्कों के रूप में
(2) निष्क्रिय अनु कारकों के रूप में
(3) सक्रिय अन्वेषकों के रूप में
(4) खाली स्लेट के रूप में 
उत्तर :- (3) सक्रिय अन्वेषकों के रूप में देखता हैं ।
प्रश्न 24 :- बच्चों और उनके अधिगम के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन सा सही है।
(1) सभी बच्चे सीखने के लिए स्वभाविक रूप से प्रेरित होते हैं और सीखने में सक्षम है
(2) बच्चों को अधिगम हेतु प्रेरित करने के लिए उन्हें प्रेरित एवं दंडित करना होता है
(3) बच्चों की सामाजिक – आर्थिक पृष्टभूमि उनकी प्रेरणा एवं अधिगम अक्षमता को निर्धारित अवश्य व्यक्त करती है
(4) बच्चों को सीखने के लिए अभिप्रेरणा तथा सीखने के लिए उनकी क्षमता केवल अनुवांशिकता के द्वारा पूर्व निर्धारित है 
उत्तर :- (1) सभी बच्चे सीखने के लिए स्वभाविक रूप से प्रेरित होते हैं और सीखने में सक्षम है।
प्रश्न 25 :- निम्नलिखित में से कौन प्राथमिक सामाजिकरण का माध्यम होता है
(1) परिवार
(2) विद्यालय
(3) सरकार
(4) मिडिया
उत्तर :- (1) परिवार प्राथमिक समाजीकरण का माध्यम है।
प्रश्न 26 :- जेंडर-
(1) एक जैविक निर्धारक है
(2) एक मनोवैज्ञानिक सत्ता है
(3) एक आर्थिक अवधारणा है
(4) एक सामाजिक संरचना है 
उत्तर :- (4) जेंडर एक सामाजिक संरचना है।
प्रश्न 27 :- जीन पियाजे के सिद्धांत का प्रमुख प्रस्ताव है कि,
(1) बच्चों की सोच वयस्कों से भिन्न होती है
(2) बच्चों की सोच वयस्कों से बेहतर होती है
(3) बच्चों की सोच गुणात्मक रूप में वयस्कों से भिन्न होती है
(4) बच्चों की सोच मात्रात्मक रूप मे वयस्कों से भिन्न होती हैं 
उत्तर :- (3) बच्चों की सोच गुणात्मक रूप में वयस्कों से भिन्न होती है।
प्रश्न 28 :- बुद्धि के बारे में निम्नलिखित कथनों में से कौन सा सही है।
(1) बुद्धि अभिसारी रूप से सोचने की योग्यता है।
(2) बुद्धि एक अनुवांशिक विशेषक है जिसमे मानसिक गतिविधि जैसे स्मरण एवं तर्क शामिल होती है।
(3) बुद्धि बहुआयामी है जिसे बुद्धि परीक्षणों के द्वारा पूर्ण रूप से परिमेय न की जाने वाली कई योग्यता शामिल है।
(4) बुद्धि अनुभव के परिणाम के रूप में व्यवहार में एक अपेक्षाकृत स्थाई परिवर्तन है। 
उत्तर :- (3) बुद्धि बहुआयामी है जिसे बुद्धि परीक्षणों के द्वारा पूर्ण रूप से परिमेय न की जाने वाली कई योग्यता शामिल है।
प्रश्न 29 :- निम्नलिखित में से कौन विकास की व्यापक आयामों की सही पहचान करता है।
(1) शारीरिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक और संवेगात्मक
(2) संवेगात्मक, बौद्धिक, आध्यात्मिक एवं स्व
(3) सामाजिक, शारीरिक, व्यक्तित्व, स्व
(4) शारीरिक, व्यक्तित्व, आध्यात्मिक एवं संवेगात्मक
उत्तर :- (1)  शारीरिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक और संवेगात्मक ।

Friday, June 21, 2019

CTET Admit card 2019: जारी हुआ सीटेट एडमिट कार्ड, लिंक से करें डाउनलोड


केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सीटेट परीक्षा का एडमिट कार्ड  CTET Admit Card 2019 जारी कर दिया है । अभ्यर्थी ctet.nic.in वेबसाइट पर जाकर अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। CTET 2019 परीक्षा का आयोजन 7 जुलाई को किया जाएगा. पहला पेपर सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित होगा. वहीं, दूसरा पेपर दोपहर 2 बजे से 4.30 बजे तक आयोजित होगा. देश के 97 शहरों में 20 भाषाओं में CTET परीक्षा आयोजित की जाएगी।
     उत्तर प्रदेश के जिन शहरों में परीक्षा होगी, उनके नाम आगरा, अलीगढ़, इलाहाबाद, बरेली, फैजाबाद, गाजियाबाद, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, लखनऊ, मथुरा, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, नोएडा, रायबरेली, सहारनपुर, वाराणसी है।

CTET Admit Card July 2019 

Sunday, May 26, 2019

TET-2018 की मार्कशीट/प्रमाणपत्र प्राप्त करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश


प्रशिक्षु अपना TET- 2018 अंकपन्र प्राप्त करने हेतु निर्धारित प्रारूप पर आवेदन पत्र पूरित कर निम्नांकित प्रमाण पत्रों की छायाप्रति सहित एक फाइल कवर में लगाकर कार्यालय में कनिष्ठ लिपिक के पास जमा करें।

प्रमाण पत्र निम्नाकित क्रम में फाइल कवर मे लगाए -
01 पूरित आवेदन प्रत्र
02. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की छायाप्रति
03. ऑनलाइन आवेदन पत्र की छायाप्रति
04. TET- 2018 के प्रवेश पत्र की छायाप्रति
05. TET- 2018 के ऑनलाइन अंकपत्र की छायाप्रति
06. हाईस्कूल का अंकपत्र एवं प्रमाण पत्र की छायाप्रति
07. इंटर का अंकपत्र एवं प्रमाण पत्र की छायाप्रति
08. स्नातक तथा परास्नातक के अंकपत्रों एव प्रमाण पत्रों की छायाप्रति
09. मूलनिवास एव जाति प्रमाण पत्र की छायाप्रति
10. आधार कार्ड की छाग्राप्रति
11. दो फोटो
नोट -अभ्यर्थी अपने उपरोक्त समस्त प्रमाण पत्रो/ अंक पत्रों को स्वप्राणित कर फाइल में लगाकर जमा करेंगे।





Thursday, March 28, 2019

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना 2019




भारत का किसान भारत का अन्न दाता होता है| भारत के केंद्रीय बजट 2019 ने किसानों के लिए एक  योजना की घोषणा की। श्री पीयूष गोयल जी ने एक योजना की घोषणा की – “प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना”। इस योजना का लक्ष्य देश के 12 करोड़ से अधिक गरीब किसानों की सहायता करना है। प्रत्येक लाभार्थी को 6000 रु प्रति वर्ष वित्तीय सहायता के रूप में आर्थिक मदद मिलेेंगी| इससे किसान वर्ग को आर्थिक मजबूती मिलेगी जिससे वे अपना क़र्ज़ चुका सकेगे।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना 2019 पात्रता :-

  • कोई भी किसान परिवार जिसमें पति पत्नी शामिल हैं और 18 साल से कम उम्र के बच्चे हैं, जिनकी भूमि 2 हेक्टेयर (5 एकड़ से कम )  है।
  • यदि आपके पास 2 हेक्टेयर भूमि है, लेकिन उस भूमि में कोई खेती नहीं होती है, तो आपको योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
  • यदि किसान की भूमि विभिन्न क्षेत्रों में फैली हुई है, तो कुल भूमि की गणना की जाएगी।
  • जिन किसानों के पास 2 हेक्टेयर से अधिक जमीन है, उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा
  • 1 फरवरी 2019 तक भूमि रिकॉर्ड में जिन लोगों का नाम दिखाई देता है, वे ही इस योजना के लाभ के पात्र होंगे

किसान सम्मान निधि योजना जरुरी दस्तावेज़
  • लाभार्थी किसान का आधार कार्ड
  • भूमि स्वामित्व प्रमाण
  • आधार लिंक बैंक खाता विवरण आदि।

योजना की मुख्य बातें

  • सरकार ने फसलों का एमएसपी लागत डेढ़ गुना करने की घोषणा की है।
  • प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को मंजूरी के अंतर्गत 2 हेक्टेयर तक की जमीन वाले किसान को हर साल 6 हजार रुपये मिलेंगे। 
  • किसानों के खाते में 3 किस्तों में पैसे जाएंगे। 
  • इसका फायदा देश के 12 करोड़ किसानों को मिलेगा। 
  • 1 दिसंबर 2018 से यह योजना पूरे देश में लागू होगी। 
  • किसान निधि के लिए 75,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
  • 2022 तक किसानों की आय दुगनी करने के लक्ष्य है। 
  • पहली किस्त अगले महीने की 31 तारीख तक किसानों के खातों में डाल दी जाएगी।

पीएम किसान सम्मान निधि योजना ऑनलाइन आवेदन

 आपको इस वेबसाइट http://pmkisan.nic.in/पर जाकर आवेदन फॉर्म भर सकते है|
यहां से फॉर्म डाउनलोड करें ऑर इसके पूरी  तरह से भर करअपने कृषि विभाग के कार्यालय, ब्लॉक, लोकपाल के पास जमा करें, लोकपाल आपको फॉर्म से संबंधित सभी जानकारी देगा , और आपको इस योजना का लाभ भी दिलाएगा |




Tuesday, March 26, 2019

CCC Computer Course क्या है और क्यों आवश्यक है..

 
CCC अर्थात Course on Computer Concepts विभिन्न सरकारी नौकरियों में NIELIT (National Institute of Electronics & Information Technology) ने सीसीसी (Course On Computer Concept ) सर्टिफिकेट को अनिवार्य कर दिया है ऐसे में लाखों लोग कम्प्यूटर सीखना चाहते है और सीसीसी कोर्स करना चाहते हैं।

सीसीसी कंप्यूटर कोर्स क्या है और क्यों जरूरी है..?
सीसीसी कोर्स राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ( NIELIT ) द्वारा संचालित किया जाता है तथा यह एक  सर्टिफिकेट कोर्स है इस कोर्स में आपको Computer की बेसिक जानकारी, computer के basic concepts (Operating System, MS Office, Internet and Multimedia) की जानकारी दी जाती है जो किसी भी सरकारी और प्राइवेट नौकरी के लिये जरूरी होती है।
     CCC कोर्स आप दो प्रकार से कर सकते है किसी भी NELIET द्व।रा संचालित संस्थान में प्रवेश ले कर या NELIET द्व।रा आयोजित ऑनलाइन परीक्षा दे कर।

शैक्षिक योग्यता- किसी शैक्षिक योग्यता पर ध्यान नहीं दिया जाएगा 
परीक्षा फीस -360/- रु. (340/-रु. परीक्षा फीस + 20/- प्रकिया प्रभार)
परीक्षा समय -हर माह के प्रथम शनिवार को आयोजित होती है 
परीक्षा स्थल - नाइलिट द्वारा विशेष रूप से प्राधिकृत स्थानों द्वारा 
कोर्स की अवधि- 80 घंटे

CCC Syllabus -
  • Introduction to Computer
  • Introduction to GUI Operating System
  • Microsoft Office Word
  • Microsoft Office Excel
  • Microsoft Office PowerPoint
  • Computer Communication and Internet
  • Basic Finance Terms


CCC कोर्स के लिए Apply कैसे और कहाँ करे :-
CCC के लिए आपको वेबसाइट student.nielit.gov.in पर जाना होगा और  कोर्स के एग्जाम के लिए Ccc Course Online Registration कराना होगा और स्व: अध्ययन के आधार पर कोर्स का ऑनलाइन एग्जाम देना होगा।
         परीक्षा देने के बाद आप परिणाम डाउनलोड करने के लिए student.nielit.gov.in पर जा सकते हैं, साथ ही आपको डिजिटल रूप में हस्ताक्षरित प्रमाण-पत्र भी दिया जायेगा जिसे डाउनलोड करने के लिए विद्यार्थी http://www.nielit.gov.in/certificate/ पर जा सकते है।

Tuesday, February 26, 2019

भारत के 29 राज्यों के नाम याद रखने की ट्रिक

भारत के 29 राज्यों के नाम याद रखने की ट्रिक
इस ट्रिक के माध्यम से आप आसानी से भारत के 29 राज्यों के नाम याद रख सकते है। जो की हमारे प्रसिद्ध धार्मिक ग्रन्थ
तुलसीदास जी द्वआरा रचित रामचरितमानस के दोहे से लिया गया है।

" राम नाम जपते अत्रि मत गुसिआउ।
पंक में उगोहमि अहि के छवि झाउ।। "


----------------------!---------------------
रा - राजस्थान      ! पं- पंजाब
म - महाराष्ट्र         ! क- कर्नाटक
ना - नागालैंड       ! मे- मेघालय
म - मणिपुर         ! उ- उत्तराखंड
ज - जम्मू कश्मीर  ! गो- गोवा
प - पश्चिम बंगाल   ! ह- हरियाणा
ते - तेलंगाना         ! मि- मिजोरम
अ - असम      अ- अरुणाचल प्रदेश
त्रि - त्रिपुरा      हि- हिमाचल प्रदेश
म - मध्य प्रदेश     ! के- केरल
त - तमिलनाडु     ! छ- छत्तीसगढ़
गु - गुजरात         ! बि- बिहार 
सि - सिक्किम     ! झा- झारखंड
आ- आंध्र प्रदेश   ! उ- उड़ीसा
उ - उत्तर प्रदेश    !

Sunday, February 10, 2019

कैसे बनते है जिला आबकारी अधिकारी ? जानें योग्यता, चयन प्रक्रिया और वेतनमान

कैसे बनते है जिला आबकारी अधिकारी ? जानें योग्यता, चयन प्रक्रिया और वेतनमान
जिला आबकारी अधिकारी जैसा कि नाम है, यह जिला स्तरीय पद है. यह पद प्रदेश सरकार के अधीन होता है. पद के लिए वेतनमान और आयु आदि के लिए राज्यवार परिवर्तन हो सकता है. जिला आबकारी अधिकारी मदिरा माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही के लिए जिम्मेवार होते हैं. उन्हें राज्य में अवैध शराब के निर्माण और पडोसी राज्यों से शराब की तस्करी को रोकना होता है. साथ ही जिला प्रशासन द्वारा आवंटित बियर, देशी मदिरा और अंग्रेजी शराब की बिक्री नियमानुसार कराने के अलावा मिलावट व अन्य अनैतिक प्रक्रियाओं को रोकना होता है. इन सभी के खिलाफ प्रशासनिक कार्यवाई जिला आबकारी अधिकारी द्वारा ही की जाती है. भांग की दुकानों की देख रेख भी जिला अधिकारी के कार्य क्षेत्र का हिस्सा है

जिला आबकारी अधिकारी बनने के लिए प्रतियोगी को सम्बंधित राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित लिखित और मौखिक परीक्षा की चयन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. प्रतियोगिता के दौर में बड़ी संख्या में उम्मीदवारों के बीच केवल कुछ सक्षम प्रतियोगियों का ही चयन किया जाता है
जिला आबकारी अधिकारी पात्रता:-
1. शैक्षिक योग्यता:-
जिला आबकारी अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से किसी भी धारा में स्नातक डिग्री होना चाहिए
2. आयु:-
उम्मीदवार की आयु परीक्षा के वर्ष न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 28 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. राज्य वार आयु सीमा में आमूल- चूल परिवर्तन हो सकता है. आरक्षित वर्ग अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति/ विकलांग/ ओबीसी/ व एनी वर्गों को सम्बन्धित राज्य सरकार के नियमों के अनुकूल छूट प्रदान की जाती है. किन्ही राज्यों में छूट के बाद ऊपरी आयु सीमा सीमा 38 वर्ष तक हो सकती है. ऊपरी आयु सीमा में भी भारत और रक्षा सेवाओं के कर्मियों की सरकार के अधीन काम कर रहे कर्मचारियों की कुछ श्रेणियों के पक्ष में छूट प्रदान की जाती है

जिला आबकारी अधिकारी बनने के लिए चयन प्रक्रिया:-
जिला आबकारी अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार को निम्न चरणों से होकर गुजरना होता है:-

चरण 1:-
_सर्वप्रथम उम्मीदवार को रोजगार समाचार या जो भी साधन उपलब्ध हो, के माध्यम से आवश्यक जानकारी के साथ-साथ “आवेदन पत्र” भरना होगा. या ऑनलाइन आवेदन भी किया जा सकता है. इसके लिए sarkarivacancy.in  या सम्बंधित राज्य की अन्य सम्बन्धित वेब साईट से जानकारी प्राप्त की जा सकती है._

चरण 2:-
प्रारंभिक परीक्षा-
परीक्षार्थी का कॉल लैटर आने के बाद उम्मीदवारों को “प्रारंभिक परीक्षा” पेपर के लिए बुलाया जाता है. यह परीक्षा अक्सर मई या जून महीने में आयिजित की जाती है

परीक्षा योजना और प्रश्नपत्र का प्रकार:-
प्रारंभिक परीक्षा में अक्सर ओएमआर आधारित वस्तुनिष्ठ प्रकाए के प्रश्न होते है. जो करेंट अफेयर्स, सामान्य ज्ञान, रीजनिंग व अन्य सामग्री से परिपूर्ण होते हैं. प्रारंभिक परीक्षा पासिंग परीक्षा होती है, इसके अंक मुख्य परीक्षा के अंकों के साथ जोड़े नहीं जाएँगे

चरण 3
मुख्य परीक्षा
प्रारंभिक परीक्षा” में योग्य घोषित उम्मीदवारों को मुख्य यानि अंतिम परीक्षा के लिए बुलाया जाता है. अंतिम परीक्षा में दो भाग होते हैं. भाग एक लिखित परीक्षा और दूसरे भाग में व्यक्तित्व परीक्षण हेतु साक्षात्कार परीक्षा ली जाता है. साक्षात्कार परीक्षा और मुख्य परीक्षा के आधार पर ही उम्मीदवारों का चयन किया जाता है._
_मुख्य परीक्षा सामान्य अध्ययन, अंग्रेजी, अंकगणित, विज्ञान, भाषा कौशल, संचार कौशल और लेखन से सम्बन्धित होती है. इसके लिए अंक और समय भी निर्धारित होता है
चरण 4:-
साक्षात्कार एवं व्यक्तित्व परीक्षण:
व्यक्तित्व परीक्षण:-
_प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा में चयनित उम्मीदवारों को अंतिम चरण में साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है. यहाँ विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न प्रकार के सवालों के माध्यम से प्रतियोगी का व्यक्तित्व और मानसिक क्षमता का परीक्षण किया जाता है

शारीरिक मापदंड:-
पुरुष प्रतियोगोयों के लिए ऊंचाई 168 सेमी और सीना बिना फुलाए 84 और फुलाने बाद में 89 सेमी होना चाहिए. राज्यवार शारीरिक मापदंड परीक्षा आवश्यक नहीं भी हो सकती. महिलाओं के लिए ऊंचाई 155 सेमी. और सीना की माप आवश्यक नहीं है

आबकारी अधिकारी वेतन:-
जिला आबकारी अधिकारी के लिए छठें वेतन आयोग के अनुसार रु. 15600 /- - 39100/- + रु. 5400/- ग्रेड पे निर्धारित किया है. हालांकि वर्तमान में लागू सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार समकक्ष लेवल के अनुरूप वेतन दिया जाता है. जिला आबकारी अधिकारी के लिए राज्यवार भी वेतनमान में परिवर्तन हो सकता है. निर्धारित वेतन के अतिरिक्त इस पद विभिन्न प्रकार के लागू होने वाले भत्ते और अन्य लाभ भी दिये जाते हैं जो कि नियोक्ता या संगठन के अनुसार अलग-अलग होते हैं.