Monday, January 8, 2024

गणतंत्र दिवस पर भाषण : स्वतंत्रता, लोकतंत्र और भविष्य की आकांक्षाएं | Speech on 26th January in Hindi

26 जनवरी को स्कूल, कॉलेज, और कार्यालयों में गणतंत्र दिवस के अवसर पर भाषण दिए जाते हैं। यदि आप भी गणतंत्र दिवस पर भाषण देना चाहते हैं, तो हमारे इस लेख को जरूर पढ़ें। 
गणतंत्र दिवस पर भाषण | Speech on 26th January in Hindi in Hindi

गणतंत्र दिवस पर भाषण , हिंदी में

आदरणीय मुख्य अतिथि, मेरे प्रिय शिक्षकगण और मेरे सभी साथियों,
नमस्कार!

मैं ……, कक्षा……, की छात्र /छात्रा हूँ। आज हम सब एक विशेष अवसर पर एकत्र हुए हैं। आज का दिन भारत के गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस भारत के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। गणतन्त्र का अर्थ है (गण+तंत्र) , अर्थात जनता के द्वारा, जनता के लिये शासन। 26 जनवरी 1950 को हमारा देश भारत एक गणतंत्र देश बन गया था। 26 जनवरी, 1950 को भारत एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बना इस दिन को मनाने के लिए, हम सभी देशवासियों को गर्व और उत्साह महसूस होता है। हम अपने देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं जिन्होंने हमारे लिए अपना सब कुछ बलिदान कर दिया। 

देशभक्तों के त्याग, तपस्या और बलिदान का इतिहास, भारत की भूमि पर पग-पग में अंकित है।

किसी ने सच ही कहा है-
कण-कण में सोया शहीद, पत्थर-पत्थर इतिहास है।
हम सभी को अपने देश के लिए हमेशा सच्चा, ईमानदार और निष्ठावान नागरिक बनने का संकल्प लेना चाहिए। हमें हमेशा अपने देश की रक्षा और सम्मान करना चाहिए। 
 

भारत को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने के लिए कई महान स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दी। इनमें से महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, लाला लाजपत राय, सरदार बल्लभ भाई पटेल, और लाल बहादुर शास्त्री प्रमुख हैं। इन महान नेताओं के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन एक महान जन आंदोलन बन गया।

भारत में अपने देश को स्वतंत्र करने के लिए लगातार संघर्ष करने वाले महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों को हम सभी को सदैव नमन करना चाहिए। उनके बलिदान के बिना हम अपने इस आज़ाद देश को कभी प्राप्त नहीं कर पाते। आइये हम सब उनके इस महान कार्य को सम्मानित करते हुए अपने देश को और उनके सपनों को पूरा करने का प्रयास करें। भारत के गणतंत्र दिवस पर आपको बहुत बहुत बधाई हो।

भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कहा था, "हमने एक ही संविधान और संघ में अपने पूर्ण महान और विशाल देश के अधिकार को पाया है। यह संविधान सभी नागरिकों के कल्याण की जिम्मेदारी लेता है। यह बहुत ही शर्म की बात है कि आजादी के इतने वर्षों के बाद भी हम अपराध, भ्रष्टाचार और हिंसा जैसी समस्याओं से लड़ रहे हैं। अब समय आ गया है कि हमें दोबारा एक साथ मिलकर अपने देश से इन बुराइयों को बाहर निकाल फेंकना है।"

डॉ. प्रसाद ने आगे कहा, "हमें अपने भारत देश को एक सफल, विकसित और स्वच्छ देश बनाना होगा। हमें अपने देश की गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, ग्लोबल वार्मिंग, असमानता, आदि जैसी चीजों को अच्छी तरह समझना होगा और इनका हल निकालना होगा।"  

डॉ. प्रसाद के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने कि उस समय थे। आज हम भी इन समस्याओं से जूझ रहे हैं। हमें इन समस्याओं को हल करने के लिए मिलकर काम करना होगा।

आओ करे प्रतिज्ञा हम सब इस पावन गणतन्त्र दिवस पर,
हम सब बापू के आदर्शों को अपनायेगे नया समाज बनायेंगे,
भारत माँ के वीर सपूतों के बलिदानों को हम व्यर्थ न जानें देंगे,
जाति ,धर्म के भेदभाव से ऊपर उठकर नया समाज बनायेंगे. 
 

आइए, हम सभी मिलकर अपने देश को एक महान और शक्तिशाली राष्ट्र बनायें।

जय हिन्द! वन्दे मातरम!”

देश की हर गली में हम तिरंगा फहराएंगे, गणतंत्र दिवस का यह त्यौहार हम शान से मनाएंगे।

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